#World COPD Day 2022
COPD- क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिज़ीज़ फेफड़ों से जुड़ा एक ऐसा रोग है, जिसमें मरीज़ को सांस लेने में काफी दिक्कत आती है। फेफड़े बहुत स्पॉन्जी होते हैं, लेकिन सीओपीडी एक ऐसा रोग है जिसमें लंग स्टिफ हो जाते हैं एवम् मरीज़ों को सांस लेने में परेशानी होती है और ऑक्सीजन उनके शरीर में पूरी तरह नहीं पहुंच पाती।
क्या हैं सीओपीडी के लक्षण
सीओपीडी रोग में मरीज़ को सांस लेने में परेशानी होना, गहरी सांस लेना, सांस लेने के लिए सीने की मांसपेशियों और गर्दन का प्रयोग करना, कफ, खांसी, जुकाम, सीने में जकड़न, वज़न कम होना, दिल से जुड़ी समस्याएं आदि लक्षण देखे जा सकते हैं। ये लक्षण लंबे समय तक चलते हैं और समय के साथ-साथ मरीज़ की हालत भी बिगड़ती जाती है।
क्या हैं सीओपीडी के कारण
1. तंबाकू स्मोकिंग
2. वायु प्रदूषण
3. घरेलू स्मोकिंग- चूल्हा स्मोक
4. फैक्ट्री वायु प्रदूषण
लंग अटैक रोकने के उपाय-
1. तम्बाकू स्मोकिंग बंद करें।
2. नियमित रूप से अपने फेफड़ों की चेस्ट विशेषज्ञ से परामर्श एवम् श्वास नलियों का नियमित परीक्षण।
3. चेस्ट विशेषज्ञ के द्वारा दी गई दवाई एवम् इन्हेलर का नियमित सेवन।
4. टीकाकरण- प्रत्येक वर्ष मौसमी बीमारियों का 50 साल के बाद जरूरी टीकाकरण करवाएं।
5. Pulmonary rehabilitation- नियमित श्वास नलियों की एक्सरसाइज
6. नियमित श्वास नली का परीक्षण- प्रत्येक 3-4 महीने.
Written by-
Drx. Abhi
अभिषेक कुशवाहा
M.Pharm(pharmacology)
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